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बंगाल में कांग्रेसी कार्यकर्ता की हत्या के बाद से ही मुर्शिदाबाद में भड़की हिंसा। ,TMC नेता हुए गिरफ्तार


पश्चिम बंगाल में 8 जुलाई को होने वाले पंचायत चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने का पहला दिन (9 जून) हिंसा भरा रहा. इसके बाद भी कुछ राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प थमी नहीं है.

मुर्शिदाबाद में टीएमसी, सीपीएम और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प शनिवार (10 जून) को भी जारी रही. आरोप है कि कांग्रेस और उसके सहयोगी सीपीएम कार्यकर्ताओं ने पंचायत चुनाव के दौरान मुर्शिदाबाद के डोमकल में टीएमसी कार्यकर्ताओं पर हमला किया, जिसके बाद झड़प शुरू हुई.

यहां 45 वर्षीय कांग्रेस कार्यकर्ता फूलचंद शेख की गोली मारकर हत्या कर दी गई. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता की हत्या के पीछे टीएमसी का हाथ है. नामांकन दाखिल करने के पहले दिन शेख की हत्या हुई.

TMC नेता बंदूक के साथ गिरफ्तार

हंगामे के बीच डोमकल में एक स्थानीय टीएमसी नेता बशीर मोल्ला के पास से एक तमंचा बरामद किया गया. उसके कब्जे से हथियार मिलने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया और नजदीकी पुलिस स्टेशन में ले जाया गया. राज्य निर्वाचन आयोग ने मामले में मुर्शिदाबाद जिला प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. पुलिस ने कहा कि मामले की जांच जारी है और इस संबंध में दो लोगों से पूछताछ की जा रही है.

क्या बोले अधीर रंजन चौधरी?

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा सदस्य अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया है कि शुक्रवार (9 जून) को खारग्राम में फूलचंद शेख को नजदीक से गोली मारी गई, इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. उन्होंने कहा कि आगामी राज्य पंचायत चुनावों के लिए नामांकन दाखिल करने का पहला दिन था, जो एक कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत के साथ शुरू हुआ.

2018 के ग्रामीण चुनावों की बात करें तो TMC ने राज्य की 90 प्रतिशत पंचायत सीटों और सभी 22 जिला परिषदों पर जीत हासिल की थी. तब विपक्ष ने आरोप लगाया था कि उसे राज्यभर में कई सीटों पर नामांकन दाखिल करने से रोका गया था