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चार्ज हो रहे फोन में कॉल पर करंट से 16 साल के लड़के की मौत, जानें कैसे बचे इससे

नई दिल्ली: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में मोबाइल का इस्तेमाल हमारे जीवन के लगभग हर क्षेत्र में हो रहा है। सुबह की न्यूज पढ़नी हो, रिचार्ज करना हो, रिमोट के तौर पर इस्तेमाल हो, अचानक लाइट जाने पर टॉर्च जलानी हो, बच्चे अपने सवाल का जवाब गूगल पर ढूंढ रहे हों या फिर यूट्यूब के व्लॉग देख जा रहे हों।

ऐसे बहुतेरे काम हैं जो मोबाइल महाशय अकेले कर रहे हैं। उपयोगिता बढ़ी है तो जाहिर है कि भोजन भी बढ़ेगा। मोबाइल का भोजन तो चार्जिंग ही है। लेकिन अक्सर ऐसा देखा जाता है कि 20-25 मिनट की चार्जिंग के समय भी मोबाइल का इस्तेमाल जरूरी हो जाता है। किसी का कॉल आ जाए या कुछ जरूरी काम निकल आए लोग मोबाइल चार्जिंग के लिए अलग वक्त नहीं दे पाते या देना नहीं चाहते। अगर आप भी ऐसा करते हैं तो संभल जाइए। यह जानलेवा हो सकता है।

हाथ में था स्मार्टवॉच
पहले भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं लेकिन बदायूं में 16 साल के लड़के के साथ जो हुआ उससे हर कोई हैरान है। एक बड़े ब्रांड का मोबाइल चार्जिंग में लगा था और लड़का उससे शायद बात कर रहा था। सोमवार रात अचानक इलेक्ट्रिक शॉक से उसकी मौत हो गई। बदायूं जिले के बिसौली के रहने वाले सत्यम शर्मा स्मार्टवॉच पहने हुए थे और उनका फोन चार्ज हो रहा था उसी समय फोन आ गया और बात करते समय धमाका हो गया।

इलेक्ट्रिक शॉक से गई जान
सत्यम के घरवालों ने दावा किया है कि जैसे ही कॉल रिसीव की गई उसे इलेक्ट्रिक शॉक लगा और वह फर्श पर गिर पड़ा। माता-पिता अस्पताल लेकर भागे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बिसौली के SHO संजीव शुक्ला ने बताया, ‘शुरुआती जांच में पता चलता है कि बिजली के झटके से मौत हुई है। अगर परिवार शिकायत करता है तो हम आवश्यक कार्रवाई करेंगे।’ इसी साल 10वीं की पूरी करने के बाद घरवालों ने सत्यम को फोन खरीदने के लिए पैसे दिए थे। सत्यम को बड़े ब्रांड के महंगे फोन का शौक था तो उसने 20,000 में एक पुराना फोन और एक स्मार्टफोन खरीदा था। सोमवार को उसके फोन की बैटरी खत्म हो गई और उसने चार्जिंग के लिए लगाया था।

क्या करें, मोबाइल बम न बन जाए
एक्सपर्ट कुछ सावधानियां बरतने की सलाह देते हैं। जैसे, धूप में मोबाइल चार्ज न करें या कोशिश करें कि फोन ओवरहीट न हो। बैटरी कंपनी की असली ही लें। रातभर फोन चार्जिंग में लगाकर सोने की आदत बदल दीजिए। आमतौर पर 1-2 घंटे में फोन पूरा चार्ज हो जाता है। तकिए के नीचे फोन रखने या शरीर के करीब फोन न रखें। प्रेशर बढ़ने से भी बैटरी ब्लास्ट हो सकती है।