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Breaking News : देर रात रेलवे अफसरों ने दी हरी झंडी, शुरू हो गया सुपेला अंडरपास… लोगों ने ली राहत की सांस


भिलाई। दो साल और पांच माह बाद सुपेला का अंडरपास बनकर यातायात के लिए खोल दिया गया है। गुरुवार देर रात मंडल रेल प्रबंधक संजीव कुमार ने अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया और सबकुछ सही पाने के बाद नारियल फोड़कर अंडरपास को शुरू कर दिया गया। इस दौरान मंडल रेल प्रबंधक संजीव कुमार अपर मंडल रेल प्रबंधक (इंफ्रा) एवं मुख्य परियोजना प्रबंधक (गतिशक्ति) आशीष मिश्रा, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अवधेश कुमार त्रिवेदी, वरिष्ठ मंडल अभियंता उपस्थित रहे। अंडरपास शुरू होने के बाद लोगों का रिएक्शन कमाल का था। यहां बने सेल्फी प्वाइंट पर सेल्फी लेते भी दिखे।

बता दें आज से ठीक 21 माह पहले 16 अगस्त 2022 को अण्डरपास का निर्माण शुरू किया गया। शुरुआत में अण्डरपास के स्वरूप को लेकर विरोध के चलते काम की गति प्रभावित हुई। गतिरोध खत्म होने के बाद अंडरपास का निर्माण तेजी से शुरू हुआ। लगभग 21 माह में अंडरपास का निर्माण पूरा कर लिया गया है। अंडरपास की भीतरी दीवारों पर आकर्षक कलाकृतियां अंडरब्रिज की सुंदरता में चार चांद लगा रहे हैं। अंडरपास निर्माण के बाद इसके शुरू होने का इंतजार भिलाई वासियों को था जो अब पूरा हो गया। गुरुवार देर रात अंडरपास शुरू होने के बाद शुक्रवार सुबह से लोगों ने इसका उपयोग शुरू कर दिया है। अंडरपास खुलने के साथ ही टाउनशिप व सुपेला आनाजाना अब आसान हो गया।

सुपेला अंडरपास के शुभारंभ अवसर पर रेलवे के अफसर

चंद्रा-मौर्या व प्रियदर्शिनी परिसर के अंडरब्रिज पर बढ़ गया था दबाव
सुपेला रेलवे क्रासिंग को बंद कर जब से अंडरपास का निर्माण शुरू किया गया तब से लोगों की परेशानी काफी बढ़ गई थी। टाउनशिप की ओर जाने और आने के लिए प्रियदर्शिनी परिसर व चंद्रा मौर्या अंडरपास का इस्तेमाल किया जा रहा था। इसके कारण इन दोनों ही जगह यातायात का दबाव काफी बढ़ गया। कई बार यहां ट्रैफिक जाम की स्थिति भी रही। सुपेला अण्डरपास के शुरू हो जाने से चंद्रा-मौर्या और प्रियदर्शिनी परिसर अंडरपास पर से ट्रैफिक का दबाव कम हो गया। अब छात्र छात्राओं, नौकरी पेशा सहित आम लोगों को पटरी पार आने-जाने में काफी सहूलियत होगी।

Y शेप में बना है अंडरपास
अण्डरपास में सुपेला की ओर खुलने वाले मुख्य लेन में डिवाइडर बनाया गया है। वहीं टाउनशिप की ओर दो भागों में विभक्त होने से इस अण्डरपास का आकार अंग्रेजी के वाय शेप है। यह अंडरपास सुपेला समपार फाटक 442 पर बनाया गया है। जिसकी कुल लागत 32 करोड़ रुपए है। अंडर पास सुपेला की ओर 140 मीटर लंबा है। वहीं 85 मीटर सेक्टर साइड दुर्ग एंड पर एवं 95 मीटर सेक्टर साइड पॉवर हाउस साइड एवं चौड़ाई 8.5 मीटर हैं। यह अण्डरपास की चौड़ाई व ऊंचाई पास के चन्द्रा-मौर्या और प्रियदर्शिनी परिसर अण्डरब्रिज के मुकाबले अधिक है। जिसके चलते बड़े वाहनों को गुजरने में आसानी होगी।

अभयारण्य व तारामंडल के साथ सेल्फी प्वाइंट का आकर्षण
सुपेला अंडरपास को दुर्ग जिले का सबसे सुंदर अंडरपास कहना अतिशियोक्ति नहीं होगी। क्योंकि इसकी डिजाइन से लेकर इसके भीतर की कलाकृतियां ही ऐसी हैं। अंडरपास के भीतर काफी आकर्षक चित्रकारी की गई है। अंडरपास की भीतरी दीवारों में कहीं अभयारण्य तो कहीं तारामंडल की कलाकृति को छत्तीसगढ़ के कलाकारों ने उकेरा है। सुपेला की ओर से टाउनशिप की ओर जाने पर मोड के पास आकर्षक तितलियों की झांकियां भी सजाई गई हैं, जो सेल्फी लवर्स के लिए खास हैं। अंडरपास खुलने के बाद सेल्फी प्वाइंट पर सेल्फी लेते भी दिखाई दिए। इसके साथ ही अंडरपास के भीतर एलईडी लाइट की रोशनी की गई है जो रात में अंडरपास की सुंदरता को और भी बढ़ा देती हैं। अंडरपास से गुजरने वाले एक अलग ही अनुभव महसूस करेंगे।