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छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक विश्वसनीय न्यूज पोर्टल है, जिसकी स्थापना देश एवं प्रदेश के प्रमुख विषयों और खबरों को सही तथ्यों के साथ आमजनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है।
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6 जुलाई को विश्व जूनोसिस दिवस पर हुआ आयोजन
दुर्ग। दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय, दुर्ग के कुलपति डॉ.एन.पी. दक्षिणकर के मार्गदर्शन एवं अधिष्ठाता डॉ.एस.के. तिवारी की अध्यक्षता में पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय के पशु लोक स्वास्थ्य एवं महामारी विज्ञान विभाग द्वारा वर्ल्ड जूनोसिस दिवस के अवसर पर एक दिवसीय राष्ट्रीय स्तर की ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया। इस आयोजन के आयोजक सचिव डॉ.संजय शाक्य, प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष तथा सह-आयोजक सचिव डॉ.अनिल पटियाल ने बताया कि इस वेयरनेस ऑन जूनोसिस ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, राजस्थान, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, आसाम, त्रिपुरा,पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार से 300 से ज्यादा स्नातक, स्नातकोत्तर, शोधार्थी, महाविद्यालय/विश्वविद्यालय के प्राध्यापकगण तथा प्रक्षेत्र पशु चिकित्सक प्रतिभागी सम्मिलित हुए। इस क्विज प्रतियोगिता में 50ः से अधिक अंक प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को ही प्रमाण पत्र प्रदान किए गए । इस आयोजन के आयोजक सचिव डॉ.संजय शाक्य ने बताया कि वर्ल्ड जूनोसिस दिवस प्रतिवर्ष 6 जुलाई को वैज्ञानिक लुईस पाश्चर की उपलब्धियों की स्मृति में मनाया जाता है । इसी दिन पाश्चर द्वारा प्रथम बार मनुष्यों में रेबीज़ वैक्सीन प्रयोग में लाया गया था। वर्तमान में भारत में मुख्यतः रेबीज, ब्रूसेलोसिस, लैप्टोस्पारोसिस, निपाह वायरस जैसे घातक पशुजन्य रोग मनुष्यों में विद्यमान है। इन पशुजन्य रोगों से बचाव अत्यंत आवश्यक है। कुलपति डॉ.एन.पी.दक्षिणकर ने इस अवसर पर आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि 1415 मानव रोगों में से 863 रोग ऐसे हैं जो पशुओं से मानव में फैलते हैं इसलिए लोगों में इन पशुजन्य रोगों के प्रति जागरूकता की और आवश्यकता है जिसके लिए यह दिन उपयुक्त है। विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉ दिलीप चौधरी की इस कार्यक्रम में महती भूमिका रही।