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Sacrifice : स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद कर भावुक हुए विधायक नाग, ध्वजारोहण, परेड की ली सलामी


Sacrifice : “पखांजूर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस स्टेडियम” में आयोजित हुई 77वें स्वतंत्रता दिवस की अवसर परेड में अंतागढ़ विधायक अनूप नाग ने हर्ष और गर्व के साथ ध्वजारोहण किया। इस महत्वपूर्ण समारोह के माध्यम से वे देशभक्ति और स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण सिद्धांतों की महत्वपूर्णता को उजागर करते हुए उनके सम्मान में स्वतंत्रता सेनानियों की याद को ताजगी दी।

Sacrifice : अनूप नाग ने इस मौके पर ध्वजारोहण करते समय उन्होंने वीरता और समर्पण की भावना से यह संकेतिक पदक लिया कि महात्मा गांधी, भगत सिंह, नेताजी, चंद्रशेखर आज़ाद, जवाहर लाल नेहरू, खुदीराम बोस, भगवान बिरसा मुंडा समेत लाखों अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों ने स्वतंत्रता संग्राम में अपने जीवन में हजारों कठिनाइयों का सामना किया। श्री नाग ने कहा की स्वतंत्रता सेनानियों के दृढ़ संकल्प और निष्ठा के बिना, हम आज़ादी की महान उपलब्धि को हासिल नहीं कर पाते।

विधायक नाग ने इस समारोह में भाग लेने वाले लोगों ने एक साथ आकर्षणीय दृश्य सृजन किया, जो हमें गर्वित महसूस कराता है कि हम एक ऐतिहासिक और साहसी विरासत के हिस्से हैं। यह अवसर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के शीर्षकों के प्रति हमारे समर्पण और गर्व को और भी मजबूत करता है। विधायक ने बताया इस अद्वितीय क्षण के माध्यम से, हम सभी को यह स्मरण करने का अवसर मिलता है कि हमारे पूर्वजों ने कैसे अपने जीवन को समर्पित करके एक स्वतंत्र भारत की दिशा में कठिनाइयों का सामना किया और उसे हासिल करने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।

इस सफल समारोह के माध्यम से, हम सभी को यह पुनः आवश्यकता है कि हम अपने देश के प्रति अपने संकल्प को मजबूत रखें और स्वतंत्रता, साहस, और समर्पण की भावना से अपने कर्तव्यों का निर्वाह करें। यह हमारे महान नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

अन्याय से मुक्ति के मार्ग की लड़ाई

मुख्यमंत्री का संदेश वाचन करते हुए मंत्री विधायक नाग ने सभी छत्तीसगढ़ वासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि भारत की आजादी की लड़ाई सिर्फ एक देश को विदेशी साम्राज्य से मुक्त करने की लड़ाई नहीं थी, बल्कि इसके अनेक सामाजिक आर्थिक नैतिक और राजनैतिक पहलू थे इस लड़ाई से न्याय और लोकतंत्र का अमृत निकला। वास्तव में यह मानवता को तरह-तरह के अत्याचारों और अन्यायो से मुक्त कराने की बड़ी लड़ाई थी, जिसका संदेश पूरी दुनिया में गया है।