हमारे बारे में
छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक विश्वसनीय न्यूज पोर्टल है, जिसकी स्थापना देश एवं प्रदेश के प्रमुख विषयों और खबरों को सही तथ्यों के साथ आमजनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है।
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Bhatapara Big News : भाटापारा– संकल्प शिविर के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा स्वतंत्र जिले की मांग पर दिए गए बयान से नई बहस छिड़ गई है। भूपेश बघेल ने स्वतंत्र जिले की मांग पर कहा कि भाटापारा ने मुझे क्या दिया है कि मैं जिला बनाऊंगा । इसके बाद एक नयी बहस छिड़ गई है और क्षेत्र के लोग उनसे उनका किया हुआ वायदा याद दिला रहे हैं।
कलेजे का टुकड़ा तो दे दिया दाऊजी –
Bhatapara Big News : स्थानीय लोगों का मुख्यमंत्री से कहना है कि हमने अपनी बेटी जो हमारे कलेजे का टुकड़ा था उसे तो आपको दे दिया दाऊजी और क्या बचा है जो आप मांग रहे हैं ? केवल जान बची है वह भी आप चाहो तो ले सकते हो पर जिला तो बना दो। विदित हो कि भाटापारा की बेटी मुख्यमंत्री की बहूरानी है।
भूपेश पर से भी भरोसा उठा
आम जनमानस पर यह चर्चा जोरों से है कि विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने वादा किया था कि कांग्रेस की सरकार आने पर भाटापारा को जिला बनाया जाएगा। उन्होंने यह नहीं कहा था कि आप मुझे विधायक दोगे तब जिला बनेगा, लेकिन अब वे अपने जुबान से मुकरते हुए दिख रहे हैं। इससे आम जनता का भरोसा मुख्यमंत्री से भी उठता नजर आ रहा है। जनता का यह भी कहना है कि इस बात की क्या गारंटी है कि विधायक देने के बाद भी आप भाटापारा को जिला बनाओगे ?
स्थानीय नेताओं से पहले ही भरोसा उठा-
अपनी जन्मभूमि और कर्मभूमि से बड़ा पार्टी को मानने वाले स्थानीय नेताओं पर आम जनता का गुस्सा फूट रहा है। यहां के स्थानीय नेताओं ने सीएम के समक्ष कभी भी जिले की बात को दमदारी से नहीं रखा। सारे नेता केवल अपनी टिकट की जुगाड़ में लगे रहे। इससे जनता की नाराजगी बढ़ती जा रही है।
चुनाव बहिष्कार की ओर बढ़ रहे कदम-
कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों की उपेक्षा का शिकार आम जनता अब जिले के मुद्दे पर चुनाव बहिष्कार करने का फैसला कर ले तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा,क्योंकि बारी-बारी से दोनों दलों के नेताओ ने यहां की आम जनता के साथ जो खिलवाड़ किया है उससे जनता अब त्रस्त हो चुकी है। दोनों दलों को सबक सिखाने के लिए यहां की आम जनता अब नोटा के बजाय सीधे चुनाव बहिष्कार को ज्यादा तवज्जो दे रही है। अभी भी वक्त हैं, जिले की सौगात देकर आने वाली गंभीर स्थितियों को रोका जा सकता है।