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छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक विश्वसनीय न्यूज पोर्टल है, जिसकी स्थापना देश एवं प्रदेश के प्रमुख विषयों और खबरों को सही तथ्यों के साथ आमजनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है।
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हेल्थ डेस्क। नई तीन साल पहले सामने आए कोरोनावायरस से दुनिया अभी भी जूझ रही है. इस बीच एक हेल्थ एनालिटिक फर्म ने दावा किया है कि कोरोना की तरह ही एक भयावह महामारी अगले एक दशक में पूरी दुनिया में फैल सकती है. इस हेल्थ फर्म के मुताबिक, वायरसों के लगातार सामने आने से एक और भयंकर महामारी के सामने आने की 27.5 फीसदी संभावना है.हालांकि, लंदन स्थित एयरफिनिटी लिमिटेड नाम की इस फर्म ने ये भी कहा है कि अगर समय रहते इस महामारी के लिए वैक्सीन बन जाएगी तो इससे होने वाली मौतों को कम किया जा सकता है. इस फर्म ने बताया कि जलवायु परिवर्तन, बढ़ती आबादी और जूनोटिक रोग इस खतरे को और बढ़ा रहे हैं.
कितनी खतरननाक होगी ये महामारी?
एयरफिनिटी के मुताबिक, ये महामारी बर्ड फ्लू वायरस की तरह ही इंसानों से इंसानों में संक्रमण के जरिये फैल सकती है. अगर ये संभावित महामारी अपनी सबसे गंभीर स्थिति में पहुंच जाती है तो एक दिन में ब्रिटेन के 15 हजार लोगों की मौत हो सकती है.
हालांकि, फर्म की ओर से ये भी कहा गया है कि अगर इससे बचने के सही उपाय करते हुए 100 दिनों के भीतर ही कारगर वैक्सीन का निर्माण कर लिया जाता है तो इस खतरनाक महामारी के प्रभाव 8.1 फीसदी तक कम किया जा सकता है.
दो दशकों में आ चुकी हैं तीन महामारियां
कोरोना के बीच अब हेल्थ एक्सपर्ट्स ने अगली संभावित महामारी के खतरे पर अपना ध्यान लगा दिया है. बीते दो दशकों में दुनिया के सामने कोरोनावायरस के तीन रूप सार्स, मर्स और कोविड-19 आ चुके हैं. इसमें 2009 में स्वाइन फ्लू महामारी को भी जोड़ा जा सकता है.