हमारे बारे में
छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक विश्वसनीय न्यूज पोर्टल है, जिसकी स्थापना देश एवं प्रदेश के प्रमुख विषयों और खबरों को सही तथ्यों के साथ आमजनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है।
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रायपुर। रायपुर जिले में घर बनाने के लिए खुदाई के दौरान सालों पुरानी प्राचीन मूर्तियां मिली हैं। इसमें बुद्ध की मूर्ति, शिवलिंग और खंडित सिलबट्टे शामिल हैं। ये मूर्तियां देखकर लोग भी काफी खुश हुए हैं। उनका कहना है कि इन मूर्तियों के मिलने से हमारे गांव की जमीन धन्य हो गई है।
रायपुर-बिलासपुर रोड पर स्थित सोंड्रा गांव में दिलेन्द्र बंछोर के यहां घर के लिए खुदाई की जा रही थी। मजदूरों ने 3 फीट ही जमीन खोदा था। उसी दौरान उन्हें आभास हुआ कि नीचे कुछ बड़ा पत्थर है। जिसके बाद खुदाई और की गई, तब उन्हें सबसे पहले बुद्ध की मूर्ति मिली थी। इस पर उन्होंने पुरातत्व विभाग को इस बात की् सूचना दी थी।
बुद्ध की प्रतिमा पांडुवंशी काल की
बताया गया कि बुद्ध की मूर्ति का निर्माण प्राचीन बलुआ पत्थर से हुआ है। जिसमें भगवान बुद्ध आंखें बंद कर ध्यान की अवस्था में दिख रहे हैं। इस मुद्रा को भूमि स्पर्श मुद्रा के रूप में जाना जाता है। एक्सपर्ट का कहना है कि इस तरह की मूर्तियां छत्तीसगढ़ के सिरपुर और राजिम,बिहार के बोधगया में भी मिली हैं। ये तीन स्तरों में बनाई जाती हैं और एक के ऊपर एक लंबवत रखी जाती है। फिलहाल जो मूर्ति मिली है वो इसका ऊपरी भाग है। बुद्ध की प्रतिमा पांडुवंशी काल की बताई जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि इस जगह के निरीक्षण करने पर यहां अन्य प्राचीन मूर्तियों के होने की भी जानकारी मिली है। जो कि पास के मंदिर में स्थित भी है। यहां से 4 खंडित सिलबट्टे, कुछ और खंडित मूर्तियां, 4 शिविलिंग अब तक मिले हैं।