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Chandrayaan-3 mission : चेन्नई ! भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव में उतरने के बाद प्रज्ञान रोवर द्वारा खींची गई विक्रम लैंडर की बुधवार को तस्वीर जारी की।
यह तस्वीर रोवर पर लगे नेविगेशन कैमरे (नवकैम) द्वारा ली गई है। इसरो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ के आधिकारिक हैंडल पर कहा, “चंद्रयान -3 मिशन: कृपया मुस्कुराएं! प्रज्ञान रोवर ने आज सुबह विक्रम लैंडर की एक तस्वीर क्लिक की। ‘मिशन की तस्वीर’ रोवर पर लगे नेविगेशन कैमरे (नवकैम) ने ली है।”
Chandrayaan-3 mission : चंद्रयान-3 मिशन के लिए नवकैम को इलेक्ट्रो-ऑप्टिक्स सिस्टम प्रयोगशाला (एलईओएस) द्वारा विकसित किया गया है। प्रणोदन मॉड्यूल से अलग होने के बाद 23 अगस्त को शाम छह बजकर चार मिनट पर विक्रम लैंडर सफलतापूर्वक चांद की सतह पर उतरा। कुछ घंटों के बाद विक्रम के अंदर से रोवर प्रज्ञान बाहर निकला और चहलकदमी शुरू कर दी।
एलईओएस ने चंद्रयान-3 रोवर पर लेजर प्रेरित ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोपी (एलआईबीएस) उपकरण भी विकसित किया है, जिसने दक्षिणी ध्रुव के पास चंद्रमा की सतह की मौलिक संरचना पर पहली बार इन-सीटू माप किया है।
आज यानी 30 अगस्त को प्रज्ञान का चांद पर 8वां दिन है। इसरो ने चंद्रयान-3 के जरिए बड़ी खोज की है। रोवर प्रज्ञान के पेलोड ने चांद पर ऑक्सीजन और सल्फर समेत अन्य पदार्थों की मौजूदगी का पता लगाया है। प्रज्ञान ने चंद्रमा के दक्षिण ध्रुवीय क्षेत्र में एल्यूमीनियम, सल्फर, कैल्शियम, लोहा, क्रोमियम और टाइटेनियम सहित कई रासायनिक पदार्थों की उपस्थिति की खोज की है और हाइड्रोजन की खोज जारी है।
इसके साथ ही प्रज्ञान ने चांद की सतह पर तापमान की माप की है।
भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला देश है। ऐसे में चंद्रयान-3 से मिलने वाले डाटा पर विश्व की निगाहें टिकी हैं।