हमारे बारे में

छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक विश्वसनीय न्यूज पोर्टल है, जिसकी स्थापना देश एवं प्रदेश के प्रमुख विषयों और खबरों को सही तथ्यों के साथ आमजनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है।

Cotton buds : कॉट्न बड्स से कानों को साफ करना जान लीजिए इससे होने वाले नुकसान


Cotton buds : कान हो या नाक... पानी, हवा, धूल मिट्टी से गंदगी जमने लगती है. कानों में जमा होने वाली गंदगी को ईयरवैक्स कहते हैं. कई लोग आज भी माचिस की तीली का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन कुछ लोग कॉट्न ईयर बड्स का इस्तेमाल करते हैं. जब भी आप कान साफ करने के लिए तीली या लकड़ी का इस्तेमाल करते होंगे तो घर में कहा जाता है कि अरे कान का चादर फट जाएगा कॉट्न ईयर बड्स सेफ होता है उससे करना ठीक रहेगा. लेकिन आज अपने आर्टिकल के जरिए बताएंगे क्या कॉट्न बड्स वाकई में कान के लिए सेफ है. क्या इसके इस्तेमाल से कान सही में साफ हो जाता है. खासकर शहर में लोग कॉट्न बड्स का इस्तेमाल करते हैं. आइए जानते हैं इससे होने वाले नुकसान के बारे में…


Cotton buds : कॉट्न बड्स से होते हैं ये नुकसान


डॉक्टर के मुताबिक कॉट्न बड्स से कान साफ करना ठीक नहीं होता है. कॉट्न बड्स को जब कान के अंदर डालते हैं तो वह गंदगी को बाहर निकालने के बजाय पीछे की तरफ धकेल देता है. जिससे कान में इंफेक्शन का रिस्क बढ़ जाता है. साथ ही साथ इससे कान जख्मी भी हो सकता है. कॉट्न बड्स से कान के अंदर की परत को भी नुकसान पहुंच सकता है. इससे आपकी सुनने की क्षमता को भी नुकसान पहुंच सकता है.


Cotton buds : ईयर कैनाल में चली जाती है गंदगी


कान में ईयरवैक्स बनते हैं. यह एक तरह से कानों को प्रोटेक्ट भी करता है. लेकिन अगर यह जरूरत से ज्यादा बन जाए तो कानों को नुकसान भी पहुंचाता है. लोग कॉट्न बड्स से कान तो साफ कर लेते हैं लेकिन इसमें मौजूद गंदगी ईयर कैनाल के अंदर चली जाती है. जिसके कारण बैक्टीरिया का कान के अंदर जाने का रिस्क रहता है.


यह बैक्टीरिया इतने ज्यादा खतरनाक होते हैं कि इससे कान के पर्दे को खतरनाक नुकसान भी होने लगता है. शुरुआत में कान के अंदर बैक्टीरिया या गंदगी चला जाता है तो शुरुआत में पता नहीं चलता है और खुजली होने लगता है. ऐसे में गंदगी बढऩे लगती है. जो कान के अंदर कई खतरनाक बीमारी कर सकती है. ऐसी स्थिति में कॉट्न बड्स का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए. खासकर बच्चे और बुजुर्गों को तो भूल से कॉट्न बड्स का इस्तेमाल कान पर नहीं करना चाहिए.


खुद ही निकल जाता है कान का मैल


भगवान ने इंसान का शरीर ऐसा बनाया है जो एक टाइम के बाद खुद साफ हो जाता है. ऐसा ही कुछ मामला कान के साथ है. अगर आप उसे छोड़ देंगे तो वह खुद- ब- खुद साफ हो जाता है. एक टाइम के बाद इसमें होने वाले वैक्स खुद निकल जाते हैं. ऐसा एकदम जरूरी नहीं है कि आप हर रोज कान साफ करें.


कैसे करें कान की सफाई


कान की सबसे अच्छी सफाई है इसमें सबसे पहले तेल डालें. बेबी ऑयल बेहतर होता है. कान में तेल डालने से जो भी गंदगी होती है वह बाहर की तरफ आ जाती है, जिसे आप किसी भी कपड़े की मदद से आसानी से साफ कर सकते हैं. जरूरी नहीं है कि आप नहाते वक्त कान की साफ जरूर करें. क्योंकि नहाते वक्त कान में पानी चला जाता है.