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छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक विश्वसनीय न्यूज पोर्टल है, जिसकी स्थापना देश एवं प्रदेश के प्रमुख विषयों और खबरों को सही तथ्यों के साथ आमजनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है।
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Durg Police : भिलाई। दो बच्चों की अम्मा के प्यार को पाने के लिए किसी दूसरे को मार कर उसकी लाश तीसरी जगह ले जाकर जलवाया। रविवार को उस अधजली लाश का पूरा सच सब के सामने आया। दुर्ग की दमदार पुलिस ने किया दो बच्चों की मां की एक फर्जी डॉक्टर से चल रही रासलीला के बीच उसे पाने के लिए रचे गए एक खौफनाक फौरेब का सनसनीखेज खुलासा ।
Durg Police : अपने प्यार को हासिल करने के लिए फर्जी डॉक्टर उमेश साहू बना कसाई। अपनी ही एक बुजुर्ग मरीज की क्लीनिक में ही कर डाली हत्या। उसकी लाश को अपने दोस्त प्रदीप जंघेल के साथ लेकर अपनी प्रेमिका सुप्रिया यादव के घर आया। जहां रात में सुप्रिया ने उस लाश को अपने घर के स्टोर रूम में ले जाकर जलाया। मोहन नगर थाने की पुलिस ने शव को सील कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा था।
क्या है पूरा मामला
लव ट्रायंगल में लाश की मिस्ट्री
लव ट्रायंगल में लाश की मिस्ट्री
दरअसल मधु यादव पति रामदास यादव, निवासी गिरधारी नगर, दुर्ग को 15 अगस्त की देर रात 01ः30 बजे के आस पास अचानक जोरदार धमाके की आवाज सुनकर उठी। तभी पीछे आंगन में देखा कि स्टोर रूम में आग लग गई है । इतना देखते ही वो घबरा गई। उसने तत्काल अपने देवर भुपेन्द्र यादव को फोन करके जगाया। परिवार के सभी लोग उठकर आ गये । आग बुझाये व जलती हुई आग में कोई लाश को जलते देखा गया। उधर मधु ने बताया कि उसकी देवरानी सुप्रिया यादव अपने कमरे में नहीं थी । इससे ऐसा भ्रम हुआ कि जली हुयी लाश सुप्रिया यादव की हो सकती है। क्योंकि जलने के स्थल पर सुप्रिया यादव की चूड़ी एवं बिछिया पड़ी हुई थी ।
सुप्रिया की खबर आई तो चिंता और गहराई
16 अगस्त की रात्रि 08ः30 बजे सुप्रिया के मायके गंड़ई से सूचना मिली कि सुप्रिया यादव खैरागढ़ एवं जालबांधा के बीच अचेत अवस्था में पड़ी थी । होश आने के पश्चात डायल 112 के माध्यम से उसके मायके टिकरी पारा गंड़ई पहुँचाया गया है। सुप्रिया यादव के जीवित होने की पुष्टि के पश्चात अज्ञात शव का पता करना प्रारंभ किया गया जो
शुरूआत में अत्यंत ही पेंचीदा काम था।
दुर्ग पुलिस के दमदार अधिकारी जिन्होंने की तहकीकात
इस सनसनीखेज घटना को अत्यंत ही गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा ने उक्त मर्ग के मामले में प्रथम दृष्टया हत्या का अपराध घटित होना प्रतीत होने पर से आरोपियों की तलाश एवं प्रकरण की वास्तविक स्थिति पता करने हेतु निर्देश दिए।
उसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) संजय ध्रुव , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अनंत साहू, नगर पुलिस अधीक्षक, (दुर्ग) मणिशंकर चंद्रा एवं उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) राजीव शर्मा के मार्गदर्शन में एवं ए.सी.सी.यू प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा व थाना प्रभारी मोहन नगर निरीक्षक विजय यादव के नेतृत्व में ए.सी.सी.यू एवं थाना मोहन नगर की एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को पतासाजी हेतु लगाया गया ।
पुलिस की टीम ने आदेश मिलते ही दोनों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया। सुप्रिया पहले से ही पुलिस के कब्जे में थी।
पुलिस ने सुप्रिया को किया तलब
सुप्रिया यादव को तलब कर पूछताछ करने पर पता चला कि वह गिरधारी नगर में अपने पति भुपेन्द्र यादव, दो बच्चों, सास व जेठ जेठानीयों व उसके बच्चों के साथ संयुक्त रूप से रहना, सास के द्वारा लगातार खरी खोटी सुनाने, टोका टॉकी करने से परेशान रहती थी। पहले से ही अपने मायके गंड़ई के मेडिकल स्टोर संचालक उमेश साहू से प्रेम प्रसंग था। इसके कारण घर से प्रेमी के साथ जाने के लिए उसके साथ मिलकर योजना बनाया ।
फार्मा की परीक्षा के बहाने हुई मुलाकात
सुप्रिया यादव ने खुद को मृत घोषित करने के लिए प्रेमी उमेश साहू से मिली । ये मुलाकात 21 जुलाई से 8 अगस्त के बीच हुई।
प्रेमिका सुप्रिया यादव पति भूपेन्द्र यादव, उम्र 32 वर्ष निवासी गिरधारी नगर दुर्ग के साथ उक्त अवधि में अक्सर मुलाकात हुई और सुप्रिया यादव और उमेश साहू ने मिलकर यह अपराधिक षडयंत्र रचा।
इसके मुताबिक किसी महिला को मारकर सुप्रिया यादव के गिरधारी नगर दुर्ग के स्टोर रूम में जला दिया जाए। इससे सुप्रिया यादव की मृत्यु जलकर दिखाकर अपने प्रेमी उमेश साहू के साथ भागकर चली जाये। उसके बाद दोनों हमेशा के लिए एक हो जाएं और सुप्रिया यादव का अस्तित्व ही समाप्त हो जाए।
फर्जी डॉक्टर कैसे बना कसाई जानें
इसी षडयंत्र के तारतम्य में सुप्रिया यादव का प्रेमी तथाकथित डॉक्टर आरोपी उमेश साहू ने गण्डई स्थित अपने क्लिनिक में लंबे समय से ईलाज करा रही सुरजा बाई मरकाम उम्र 90 वर्ष निवासी टिकरीपारा गंडई को इलाज के लिए बुलाया।
बुजुर्ग महिला 14 अगस्त की शाम आरोपी उमेश साहू के पास ईलाज कराने हेतु गण्डई स्थित उसके क्लिनिक एवं मेडिकल स्टोर मे आई । फर्जी डॉक्टर ने मौका देखकर उसका गला दबाकर हत्या कर दी। उसे मारकर उसकी लाश बोरे में भरकर अपने मेडिकल स्टोर के फ्रिज में रख दिया ।
प्रेमिका के घर ऐसे आई लाश
अपने इस कृत्य के बारे में अपने परम् मित्र प्रदीप जंघेल निवासी खैरानवापारा छुईखदान को भी बताया और उक्त मित्र के साथ अपने भाई की होण्डा अमेज कार सीजी .04.एलएम.7005 में डिक्की में रख कर शव को 15 अगस्त की रात्रि करीब 10ः00 बजे दुर्ग लेकर पहुंचा प्रेमिका सुप्रिया यादव व प्रेमी तथाकथित डॅाक्टर उमेश साहू अपने पूर्व षडयंत्र के मुताबिक शव को कार से सुप्रिया यादव के घर गिरधारी नगर दुर्ग के मकान के पीछे दरवाजे के पास रात्रि करीब 1ः00 बजे पहुंचा दिया।
सुप्रिया यादव को उमेश साहू ने अपने मोबाईल फोन से मैसेज कर सुरजा बाई के शव को सुप्रिया यादव के घर के अन्दर कॉटा एवं तार फेन्सिग को हटा कर ले गया। सुप्रिया यादव के स्टोर रूम जहां पूर्व से कण्डे एवं लकड़ियां रखी थीं। उसमें रख कर शव को पेट्रोल डाल कर जला दिया गया । इस दरम्यान स्टोर रूम में काफी जोर का धमाका भी हुआ जिसे मोहल्ले के लोग देखे व सुने भी है।
प्रेमी के साथ फुर्र हुई सुप्रिया
आरोपियों प्रेमी उमेश साहू एवं प्रेमिका सुप्रिया यादव शव को जलाने के पश्चात कार में पहले से मौजूद आरोपी उमेश साहू के साथी प्रदीप जंघेल तीनों देर रात करीब 02ः00 बजे गण्डई चले गए। सुप्रिया यादव गण्डई स्थित उमेश साहू के मेडिकल स्टोर में उसके साथ रात रूकी ।
सुबह होने पर सुप्रिया यादव को अपने बच्चों की याद आने पर वापस गिरधारी नगर दुर्ग आने की जिद करने लगी । उसके पश्चात प्रेमी उमेश साहू ने उसे खैरागढ में छोड़ दिया । जहां वह सिंदूर और बंदन को अपने शरीर पर लगाकर पास के एक घर में जाकर बेहोशी की मनगढंत कहानी बनाकर मदद मांगी।
कार्यवाही में इनकी रही सराहनीय भूमिका
इस कार्यवाही में थाना मोहन नगर से उ.नि. शीशुपाल चंद्रवंशी, सउनि प्रमोद सिंह, प्र.आर. अजय विश्वकर्मा, शहीद खान, महिला प्र.आर. मोनिका गुप्ता, आरक्षक सचिन सिंह, विश्वजीत टण्डन, शकील खान तारकेश्वर, भूषण जोशी, देवव्रत ठाकुर, महिला आरक्षक नीतू पद्माकर, शशिकला देशमुख एवं एसीसीयू से सउनि राजेश पाण्डेय, शमित मिश्रा, प्र.आर.नरेन्द्र सिंह, शिव तिवारी, चन्द्रशेखर बंजीर, सत्येन्द्र मढ़रिया, आरक्षक शौकत, शोभित सिन्हा, नरेन्द्र सहारे, रिन्कू सोनी, अमित दुबे, भावेश पटेल, डी प्रकाश, गुनित कुमार, राजकुमार चन्द्रा, बालमुकुन्द, चित्रसेन, केशव साहू की उल्लेखनीय भूमिका रही।