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छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक विश्वसनीय न्यूज पोर्टल है, जिसकी स्थापना देश एवं प्रदेश के प्रमुख विषयों और खबरों को सही तथ्यों के साथ आमजनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है।
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Food item : भाटापारा – रखें ध्यान, अखाद्य हो चुकी खाद्य सामग्री का। इकाइयों में भंडारण ऐसी जगह करें, जहां पहचान आसान हो। खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को यह सलाह, खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने इसलिए दी है क्योंकि ऐसी सामग्री की पहुंच, अब भी बाजार में होने की जानकारी मिल रही है।
नवरात्रि, विजयादशमी फिर दीपोत्सव। यह पर्व करीब आने लगे हैं। बाद के दिनों में शादियों के अवसर हैं। लिहाजा खाद्य एवं औषधि प्रशासन की सक्रियता बढ़ने के संकेत मिलने लगे हैं लेकिन पहली बार प्रशासन लीक से हटकर काम की योजना लेकर आ रहा है। इसके तहत खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को सलाह दी जा रही है कि न केवल अखाद्य स्थिति में पहुंच रही खाद्य सामग्री पर सतत ध्यान रखें बल्कि भंडारण भी सुरक्षित स्थान पर करें।
दाल, चावल, पोहा और खाद्य तेल। फल, सब्जी, नाश्ता और भोजन। इनकी सेल्फ लाइफ कम ही होती है। यह जानते हुए भी अखाद्य या अखाद्य होने की स्थिति में आ रही सामग्री किसी न किसी रूप में पहुंच रही है। यह न केवल मानव बल्कि मवेशियों की भी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने सलाह जारी की है।
सेवन के अयोग्य हो चुकी या अयोग्य होने की स्थिति में आ रही सामग्री का भंडारण ऐसी सुरक्षित जगह करना होगा, जहां पहचान, आसान हो। इसके अलावा इस जगह की मार्किंग भी की जा सकती है। यह भी इस दिशा में प्रभावी कदम हो सकता है। विस्तार से जानकारी के लिए प्रशासन के जिला मुख्यालय से संपर्क किया जा सकता है।
अखाद्य हो चुकी या अखाद्य होने की स्थिति में आ रही खाद्य सामग्री के निपटान के लिए भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण द्वारा सुझाए गए उपाय अमल में लाए जा सकते हैं क्योंकि यह बेहद सुरक्षित माने जाते हैं।
खाद्य सामग्रियों के भंडारण के लिए जो उपाय सुझाए जा रहे हैं, उनका पालन करने से किसी न किसी रूप में आ रही अखाद्य सामग्री के विक्रय पर प्रभावी रोक लगेगी।
– उमेश वर्मा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, बलौदा बाजार