हमारे बारे में
छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक विश्वसनीय न्यूज पोर्टल है, जिसकी स्थापना देश एवं प्रदेश के प्रमुख विषयों और खबरों को सही तथ्यों के साथ आमजनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है।
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जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में मंगलवार को पुलिस लाइन में प्रदर्शनकारियों पर लाठी चली। दंगाइयों को भागने के प्रयास में गोली चली जिससे तीन लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। इस दौरान मौके पर प्रशासनिक अफसरों के साथ एसपी सहित अन्य अफसर मौजूद रहे। इनकी मौजूदगी में प्रदर्शन पर काबू पाया गया। दरअसल यह कोई वास्तविक प्रदर्शन नहीं था। आपात स्थिति में ऐसे मौके पर पुलिस को किस प्रकार कार्रवाई करनी है इस संबंध में मॉकड्रिल किया गया। इस दौरान तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार भी उपस्थित रहे।
मॉकड्रिल की पूरी प्लानिंग अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनी द्वारा तैयार किया गया एवं रक्षित निरीक्षक अमरजीत खूंटे द्वारा व्यवहारिक रूप में परिवर्तित किया गया। बलवा ड्रिल में कमांडर के रूप में उप निरीक्षक खोमराज ठाकुर एवं मजिस्ट्रेट के रूप में एएसआई रामनाथ राम को तैनात किया गया था। पुलिस की विभिन्न टोलियों को श्रमिक यूनियन इत्यादि में विभक्त किया गया था, जो अपनी विभिन्न मांगो को लेकर अत्याचार बंद करो, शोषण बंद करें एवं हमारी मांगे पूरी करो कहते हुये नारेबाजी कर हिंसक प्रदर्शन कर रहे थे।
पहले दी समझाइश नहीं माने तो छोड़े अश्रु गैस के गोले
प्रदर्शन के दौरान सर्वप्रथम मजिस्ट्रेट द्वारा समझाईस दी गई। उन्हें कहा गया कि उनकी मांगो पर विचार किया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों द्वारा नहीं मानने पर वे पुलिस द्वारा लगाये बेरिकेड को तोड़ते हुये आगे बढ़ गये एवं जमकर तोड़-फोड़ करने लगे। परिस्थिति बिगड़ता देख मजिस्ट्रेट के आदेश पर भीड़ को तीतर-बीतर करने के लिए अश्रु गैस के गोले छोड़े गये। इससे भीड़ कुछ समय के लिये तीतर-बीतर हुई। इसके बाद फिर से आक्रामक होकर नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से आगे बढ़ रहे थे। परस्थिति गंभीर एवं जान-माल के नुकसान होने की पूरी संभावना होने पर मजिस्ट्रेट के आदेश पर पुलिस की हथियारों से लैस टीम आगे बढ़ी और चिन्हित कर दंगाईयों के मुख्य कमांडर, सदस्य सहित कुल 03 लोगों के उपर गोली चलाई गई। गोली चलाने से 03 लोग घायल हुये उन्हें स्वास्थ्य विभाग की टीम एंबुलेंस में डालकर इलाज के लिए ले जाया गया।
विषम परिस्थितयों में यह अभ्यास काम आएगा : शशिमोहन सिंह
मॉकड्रिल कार्यक्रम एसपी शशि मोहन सिंह ने कहा कि सभी टीमों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। भविष्य में कानून व्यवस्था या ऐसी परिस्थिति निर्मित होती है तो यही अभ्यास काम आयेगा। अश्रु गैस का उपयोग करने से भीड़ पर नियंत्रण पाया जा सकता है, बेरिकेड टूटने पर फोर्स हिंसक प्रदर्शन को कैसे रोकता है, बैरिकेड तोड़ते समय पर कैसे निपटना है इसको बारीकी से बताया गया। इस दौरान पुलिस को क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए और किस क्रम में बल का प्रयोग करना चाहिए, बल प्रयोग करने का तरीका क्या होगा इस संबंध में भी पुलिस अधीक्षक द्वारा बारीकी से प्रशिक्षण देकर बताया गया। इस दौरान पुलिस की क्या कमियां थी उसे नोटिस कर दूर करने का निर्देश दिया गया।
एएसपी ने बताया अभ्यास का महत्व
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जशपुर अनिल सोनी द्वारा उपस्थित अधिकारी व कर्मचारियों को बलवा ड्रिल अभ्यास की उपयोगिता एवं महत्व को बताया गया। अभ्यास किये रहने से परिस्थिति बिगड़ने पर या कानून व्यवस्था निर्मित होने पर उसका सामना कैसे किया जाए इसके लिए पुलिस को हमेशा तैयार रहना चाहिए एवं किस प्रकार नियंत्रित करना है वह भी आना चाहिए। उन्हें बताया गया कि दंगाईयों से बात कैसे करते हैं, वक्तव्य प्रभावशाली एवं असरदार होना चाहिये, बिना बल का प्रयोग किये कानून व्यवस्था को कैसे नियंत्रित किया जा सकता है। अपनी उर्जा को सही तरीके से इस्तेमाल करने हेतु बताया गया। आने वाले समय इस तरह के मॉकड्रिल का और अभ्यास कराया जायेगा।
उक्त अभ्यास कार्यक्रम में एसडीओपी जशपुर चंद्रशेखर परमा, एसडीओपी कुनकुरी विनोद मंडावी, एसडीओपी पत्थलगांव ध्रुवेश कुमार जायसवाल, तहसीलदार जशपुर जयश्री राजपक्षे, निरीक्षक रविशंकर तिवारी, नायब तहसीलदार राजेश कुमार यादव, रक्षित निरीक्षक अमरजीत खूंटे सहित जिले के समस्थ थाना, चौकी लाईन व ऑफिस के अधिकारी कर्मचारीगण उपस्थित रहे।