हमारे बारे में
छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक विश्वसनीय न्यूज पोर्टल है, जिसकी स्थापना देश एवं प्रदेश के प्रमुख विषयों और खबरों को सही तथ्यों के साथ आमजनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है।
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नैनीताल। उत्तराखंड में मानसून ने दस्तक दे दी है। उत्तराखंड में कदम रखते ही लोगों की परेशानी भी बढ़ गई है। नैनीताल में तड़के से शुरू हुई बारिश रुक-रुककर पूरे दिन जारी रही। इससे सड़कों पर मलबा आने, भू-स्खलन और भू धंसाव के कारण जिले में 15 मोटर मार्गाें पर यातायात बंद कर दिया गया है। साथ ही नदियों का जलस्तर भी खतरे के निशान के आसपास आ गया, जिससे नदी किनारे रहने वाले लोगों की सांसें अटकी रहीं। उधर, दून में बारिश के कारण पारा छह डिग्री लुढ़क कर 26 डिग्री पर पहुंच गया।
नैनीताल जिले में हुई लगातार बारिश से कई जगह भूस्खलन हुआ और महत्वपूर्ण नैनीताल-भवाली मार्ग का एक बड़ा हिस्सा बह गया। अधिकारियों का कहना है कि इसकी मरम्मत में कम से कम एक सप्ताह का समय लग सकता है।
इन मार्गों को किया गया बंद
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से मिली जानकारी के अनुसार चार राज्य मार्ग सहिया-क्वानू मोटर मार्ग, तारलीखुड, कोठा बैंड, हरिपुर इच्छाडी क्वानू मिनस मोटर मार्ग, चकराता लाखमंडल मोटर मार्ग और दारगाड-कथियान मोटर मार्ग भू-स्खलन होने से बंद हो गए। वहीं, एक मुख्य जिला मार्ग कालसी बैराज खाई मोटर मार्ग समेत एक अन्य जिला मार्ग खारसी मोटर मार्ग मलबा आने से बंद रहे। उधर, ग्रामीण मार्ग मौलधार-सेरकी-सिल्ला मोटर मार्ग, पुरोडी हयो टगरी, बना चिल्हार मोटर मार्ग्र डिमिच मोटर मार्ग, दमन से देसऊ मोटर मार्ग, परिहार से सिमोग मोटर मार्ग, खारसी मोटर मार्ग और पिवनाल मोटर मार्ग बंद हो गए। सहस्त्रधारा-कार्लीगाड-सरोना मोटर मार्ग सड़क धंसने से बंद रहा।