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नेविगेशन सैटेलाइट NAVIC लॉन्च, कक्षा में स्थापित, ISRO की बड़ी छलांग

नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने आज श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से नई पीढ़ी का नेविगेशन सैटेलाइट को सुबह 10 बजकर 42 मिनट पर लॉन्च किया गया. जीएसएलवी-एफ12 ने नौवहन उपग्रह एनवीएस-01 को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया. इसरो ने कहा कि अब इस सेटेलाइट की मदद से हमारे पास और भी बड़े पेलोड लॉन्च करने की क्षमता है.

नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने आज श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से नई पीढ़ी का नेविगेशन सैटेलाइट को सुबह 10 बजकर 42 मिनट पर लॉन्च किया गया. जीएसएलवी-एफ12 ने नौवहन उपग्रह एनवीएस-01 को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया. इसरो ने कहा कि अब इस सेटेलाइट की मदद से हमारे पास और भी बड़े पेलोड लॉन्च करने की क्षमता है. इस सैटेलाइट का नाम है NVS-01 है, जिसे जीएसएलवी-F12 रॉकेट के जरिए लॉन्च पैड-2 से छोड़ा गया. यह उपग्रह भारत और मुख्य भूमि के आसपास लगभग 1,500 किलोमीटर के क्षेत्र में तात्कालिक स्थिति और समय संबंधी सेवाएं प्रदान करेगा.

सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लॉन्च पैड से सोमवार पूर्वाह्न 10 बजकर 42 मिनट पर 51.7 मीटर लंबा जीएसएलवी अपनी 15वीं उड़ान में 2,232 किलोग्राम वजनी एनवीएस-01 नौवहन उपग्रह को लेकर रवाना हुआ. इसरो ने कहा कि प्रक्षेपण के करीब 20 मिनट बाद, रॉकेट लगभग 251 किमी की ऊंचाई पर भू-स्थिर स्थानांतरण कक्षा (जीटीओ) में उपग्रह को स्थापित करेगा. एनवीएस-01 अपने साथ एल1, एल5 और एस बैंड उपकरण ले जा रहा है.

पूर्ववर्ती की तुलना में, दूसरी पीढ़ी के उपग्रह में स्वदेशी रूप से विकसित रुबिडियम परमाणु घड़ी भी है. इसरो ने कहा कि यह पहली बार है जब स्वदेशी रूप से विकसित रुबिडियम परमाणु घड़ी का सोमवार के प्रक्षेपण में इस्तेमाल किया जा रहा है.