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छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक विश्वसनीय न्यूज पोर्टल है, जिसकी स्थापना देश एवं प्रदेश के प्रमुख विषयों और खबरों को सही तथ्यों के साथ आमजनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है।
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दुर्ग। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ऋचा प्रकाश चौधरी के अध्यक्षता में गुरुवार को बीआईटी ऑडिटोरियम में प्रथम मतगणना प्रशिक्षण आयोजित की गई। लोकसभा क्षेत्र दुर्ग के सभी 9 विधानसभाओं के मतगणना में शामिल सहायक रिटर्निंग ऑफिसर एवं अतिरिक्त सहायक रिटर्निंग अधिकारियों को आज बीआईटी सभागार दुर्ग में प्रशिक्षण दिया गया। रिसोर्स पर्सन एनएलएमटी गीता दीवान, सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रूपेश कुमार वर्मा एवं रश्मि वर्मा द्वारा मतगणना कार्य संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक बिन्दुओं की विस्तार से जानकारी दी गई।
बता दें लोकसभा चुनाव के अंतर्गत मतगणना कार्य 4 जून 2024 को किया जाएगा। लोकसभा चुनाव के अंतर्गत दुर्ग और बेमेतरा जिले के अफसरों को प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान रिसोर्स पर्सन सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रश्मि वर्मा द्वारा वैधानिक प्रावधान और भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देश, आधारभूत संरचना एवं सुरक्षा व्यवस्था, गणनाकर्मी एवं गणना अभिकर्ता, डाकमत पत्रों की गणना, ईवीएम में दर्ज मतों की गणना, मतगणना से संबंधित प्रमुख कानूनी प्रावधान, मतगणना पूर्व होने के पश्चात ईवीएम और निर्वाचन सामग्रियों को सील करना, परिणामों की घोषणा और अनुगामी कार्यवाही एवं अन्य विषयों के संदर्भ में बिन्दुवार जानकारी दी गई।
मतगणना को अत्यंत गंभीरतापूर्वक लेना है
निर्वाचन प्रशिक्षक ने मतगणना के दौरान किए जाने वाले दायित्वों की विस्तार से जानकारी देते हुए प्रशिक्षण दिया। उन्होंने कहा कि मतगणना पूरी निर्वाचन प्रक्रिया का अंतिम परंतु सबसे संवेदनशील चरण है। इसलिए गणना पर्यवेक्षक एवं गणना सहायक के रूप में आपका काम सरल होने के बावजूद आपको इसे अत्यंत गंभीरता से लेना चाहिए। मतगणना से संबंधित महत्वपूर्ण वैधानिक प्रावधान, मतगणना केन्द्र पर आवश्यक व्यवस्थाओं, ईवीएम द्वारा मतगणना, वीवीपैट पर्चियो की गणना, डाक मतपत्रों की गणना एवं परिणाम की घोषणा के बारीकियों के संबंध में गहन प्रशिक्षण दिया गया। मतगणना के दौरान कौन-कौन सी जरूरी सावधानी बरती जानी है एवं इस दौरान कौन-सी प्रारूप में आवश्यक प्रतिपूर्ति की जानी, इसकी जानकारी से अधिकारियों को अवगत कराया गया। उन्होंने बताया कि विधानसभावार मतगणना कक्ष में मतगणना कार्य संपन्न होगा।
14 टेबल में होगी मतों की गणना
दुर्ग लोकसभा के लिए मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू होगा। मतो की गणना विधानसभावार अलग-अलग कक्षों में की जाएगी। विधानसभावार 14 टेबल में मतों की गणना की जाएगी। मतगणना कक्ष में जाली के बाहर मतगणना अभिकर्ता उपस्थित रहेंगे, जो मतगणना कार्य को प्रत्येक गतिविधियों का अवलोकन करेंगे। प्रत्येक टेबल में एक सुपरवाईजर, सहायक रिटर्निंग ऑफिसर, गणना सहायक और माईक्रोआब्जर्वर होंगे। डाक मतपत्र को दो वर्गो में बांटा गया है, इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट एवं साधारण डाक मतपत्र। दोनों की गणना के लिए अलग गणना पर्यवेक्षक और गणना सहायक होंगे। सर्वप्रथम पोस्टल बैलेट, ईटीपीबी की मतगणना कार्य प्रारंभ किया जाएगा। इसके बाद ईवीएम मशीनों से मतगणना का कार्य किया जाएगा। डाक मतपत्रों की गणना रिटर्निंग ऑफिसर करेंगे। इस कार्य के लिए नियुक्त गणना पर्यवेक्षक और गणना सहायक उनकी सहायता करेंगे। डाक मतपत्रों की वैधता के बारे में आरओ का निर्णय ही मान्य होगा। साथ ही ईटीपीबी से भिन्न डाक मत के निरस्त अथवा अमान्य होने के आधार को भी बताया गया। मतगणना स्थल पर प्रवेश हेतु निर्धारित लोगों को प्रवेश पास जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि त्रुटिरहित मतगणना के लिए पूरी प्रक्रिया को बारीकी से समझना जरूरी है। उन्होंने पूरी सतर्कता और सजगता के साथ मतगणना का कार्य करने की बात कही। उन्होंने बताया कि मतगणना के प्रत्येक चरण की जानकारी चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित प्रपत्रों में देनी होगी।
इन्हें नहीं मिलेगी मतगणना हॉल में एंट्री
मतगणना कक्ष में पुलिस कर्मियों को चाहे वर्दी में हो या सादे कपड़े में हो, मंत्री, राजमंत्री, उप केन्द्रीय मंत्री एवं राज्य मंत्री जब तक की वे उम्मीदवार न हो उपरोक्त को उम्मीदवार के चुनाव या मतगणना या मतदान एजेंट के रूप में नियुक्त नहीं किया जा सकता, क्योंकि उन्हें सुरक्षा की आवश्यकता होती है। गणना एजेंट तब तक प्रवेश नहीं कर सकते जब तक की उन्होंने घोषणा पत्र पूरा करने और हस्ताक्षर करने के बाद नियुक्ति पत्र की दूसरी प्रति जमा नही कर दी हो।
गणना केन्द्र में बैठक व्यवस्था
मतगणना स्थल पर मोबाईल फोन या अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण लेकर प्रवेश करना पूर्णतः वर्जित होगा। मतगणना के दौरान प्रथम पंक्ति में मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय दल के गणना अभिकर्ता, द्वितीय पंक्ति में अन्य राज्यों के मान्यता प्राप्त राज्य दलों के अभ्यर्थियों के अभिकर्ता बैठ सकेगा। इसी तरह तीसरे स्थान पर पंजीकृत अमान्यता प्राप्त दलों के अभ्यर्थियों के अभिकर्ता तत्पश्चात निर्दलीय अभ्यर्थियों के अभिकर्ता बैठ सकेंगे। पुलिस कर्मी गणना हॉल के द्वार पर तैनात रहेंगे। आरओ की अनुमति के बिना कोई भी व्यक्ति हॉल में प्रवेश अथवा निकास नही कर सकेगा।
मतगणना हॉल में मीडिया कर्मी भी नहीं ले
मीडिया कर्मियों को मतगणना हॉल के अंदर मोबाईल वर्जित रहेगा। ईवीएम में दर्ज वास्तविक वोट की कोई रिकॉर्डिंग नही की जाएगी। मतगणना हॉल के अंदर पहुँच को सीमित करने के लिए आरओ को एक लाइन चिन्हित या एक स्ट्रींग लगानी होगी। सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रूपेश कुमार वर्मा ने बताया कि वीवीपैट पर्चियों से मतगणना हेतु ईसीआई के निर्देशानुसार वीवीपैट से अनिवार्य गणना के समय यदि पर्चियों की गणना का परिणाम सीयू के परिणाम से भिन्न हो तो उसकी पुनः गणना की जाएगी। ऐसा तब तक किया जाएगा जब तक कि गणना परिणाम पूर्व की किसी गणना अथवा सीयू की गणना से मेल न कर जाए। उन्होंने ईवीएम में डाले गए मतों की गणना के बारे में बिन्दुवार जानकारी दी।
सीलिंग कार्य के लिए दिया गया प्रशिक्षण
निर्वाचन प्रशिक्षक ने बताया कि मतगणना पश्चात ईवीएम, वीवीपैट एवं डाक मतपत्र में सीलिंग के लिए रिटर्निंग ऑफिसर के परिणाम घोषणा के पश्चात डाक मतपत्र की गणना करने वाले टीम के द्वारा ही डाक मतपत्रों का सीलिंग का कार्य संपन्न कराया जाएगा जिसके लिए एक प्रभारी अधिकारी और एक सहायक होगा। सीलिंग की प्रक्रिया में पहला पैकेट विधिमान्य बड़ा लिफाफा (प्रारूप-13 ग), दूसरा पैकेट विधिमान्य निर्वाचक का घोषणा (प्रारूप-13 क), तीसरा पैकेट विधिमान्य छोटा लिफाफा (प्रारूप-13 ख), चौथा पैकेट प्रतिक्षेपित छोटा लिफाफा (प्रारूप-13 ख) का जो बड़े लिफाफे (प्रारूप-13 ग) में रखकर सील किया जाएगा। पांचवा बड़ा पैकेट डाकमतों के बण्डल का। सीयू एवं वीवीपैट की सीलिंग प्रत्येक विधानसभा से मतगणना के लिए मतगणना स्थल पर केवल सीयू एवं प्रत्येक विधानसभा से निर्धारित वीवीपैट लाया जाएगा बाकी सभी बीयू एवं निर्धारित वीवीपैट को छोड़कर सभी वीवीपैट स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रहेगा। अंतिम परिणाम की घोषणा उपरांत सीलिंग कार्य मतगणना में लगे अधिकारी एवं सहायक द्वारा सम्पन्न कराया जाएगा। प्रशिक्षण में एडीएम अरविंद एक्का, अपर कलेक्टर योगिता देवांगन, अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी बजरंग दुबे, संयुक्त कलेक्टर हरवंश मिरी, डिप्टी कलेक्टर लवकेश ध्रुव, उत्तम ध्रुव, दीपक निकुंज, एसडीएम सोनल डेविड सहित सहायक रिटर्निंग ऑफिसर एवं अतिरिक्त सहायक रिटर्निंग अधिकारी उपस्थित थे।