हमारे बारे में
छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक विश्वसनीय न्यूज पोर्टल है, जिसकी स्थापना देश एवं प्रदेश के प्रमुख विषयों और खबरों को सही तथ्यों के साथ आमजनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है।
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नई दिल्ली। प्रायवेट सेक्टर में नौकरी करने वाले करोड़ों लोगों को एक बड़ा डाटका लग सकता है क्योंकि उन्हें पीएफ पर मिलने वाले ब्याज दर को कम किया जा सकता है। पीएफ पर मिलने वाले ब्याज दर को लेकर सरकार फैसला ले सकती है। खबरों के मुताबिक आशंका जताई जा रही है कि पीएफ पर मिलने वाले ब्याज को और कम किया जा सकता है।
अभी कर्मचारियों को पहले से ही पीएफ पर 43 साल में सबसे कम ब्याज मिल रहा है। आपको बता दें कि देश में अभी ईपीएफ के साढ़े 6 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं। पिछले 43 साल में पीएफ पर मिलने वाले ब्याज की दर सबसे कम है। ईपीएफओ ने साल 2021-22 के लिए पीएफ की ब्याज दर 8.1 प्रतिशत तय की थी, जो कि 1977-78 के बाद पीएफ पर मिलने वाली ब्याज की सबसे कम दर है।
ईपीएफओ की बैठक 25-26 मार्च को होने वाली है, जिसमें ब्याज के बारे में निर्णय लिया जा सकता है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक पीएफ पर ब्याज को और घटाकर 8 फीसदी किया जा सकता है। प्राप्त खबर के अनुसार इस साल कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है। वहीं अगले साल देश में लोकसभा चुनाव होना है। इस वजह से पीएफ पर गिलने वाले ब्याज को ज्यादा कग करने की गुंजाइश नहीं है लेकिन इरो पिछले साल की तुलना में घटाया जा सकता है। अगर ऐसा होता है तो प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले करोड़ों लोगों को सीधे तौर पर घाटा होने वाला है।