हमारे बारे में
छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक विश्वसनीय न्यूज पोर्टल है, जिसकी स्थापना देश एवं प्रदेश के प्रमुख विषयों और खबरों को सही तथ्यों के साथ आमजनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है।
हमारे बारे में
छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक विश्वसनीय न्यूज पोर्टल है, जिसकी स्थापना देश एवं प्रदेश के प्रमुख विषयों और खबरों को सही तथ्यों के साथ आमजनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है।
आस्था डेस्क। आज 22 मार्च से चैत्र नवरात्रि शुरू हो चुकी है. चैत्र माह की इस नवरात्रि की विशेष धार्मिक मान्यता होती है. इस दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है और साथ ही घटस्थापना का भी यही दिन है. मां शैलपुत्री हिमालय की पुत्री कहलाती हैं. मां को शास्त्रों में सभी की मनोकामना पूरी करने वाला बताया जाता है. जानिए आज नवरात्रि की पूजा किस तरह शुरू करें, मां शैलपुत्री का खास पूजन कैसे होता है, घटस्थापना किस मुहूर्त में की जाएगी और माता रानी को प्रसन्न करने के लिए भक्त किस रंग के वस्त्र धारण करते हैं, आदि.
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन ही कलश स्थापना की जाती है. आज 22 मार्च सुबह 6 बजकर 23 मिनट से 7 बजकर 32 मिनट पर घटस्थापना की जा सकती है. कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त इस चलते 1 घंटा 9 मिनट तक रहेगा.
नवरात्रि की पूजा के लिए कई खास मुहूर्त बन रहे हैं. आज ब्रह्मा मुहूर्त सुबह 4 बजकर 49 मिनट से 5 बजकर 36 मिनट तक है. विजय मुहूर्त दोपहर ढाई बजे से 3 बजकर 19 मिनट तक है. इसके पश्चात गोधुलि मुहूर्त शाम 6 बजकर 32 मिनट से 6 बजकर 56 मिनट तक रहेगा और आखिर में अमृत काल सुबह 11 बजे से शुरू होकर दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक रहेगा.
नवरात्रि का पहला दिन मां शैलपुत्री को समर्पित है. इस दिन मान्यतानुसार मां शैलपुत्री की भक्ति में लीन होकर पूजा संपन्न की जाती है. माना जाता है कि मां शैलपुत्री का प्रिय रंग सफेद है. इस चलते आज भक्त माता रानी को प्रसन्न करने के लिए सफेद रंग के वस्त्र धारण कर सकते हैं. इसके अलावा, माता को सफेद रंग की मिठाई अथवा भोग लगाया जा सकता है.